Shakeel Badayuni Sahab Ke Geeton Ke Kuch Rang (शकील बदायूनी साहब के गीतों के रंग)
“यादों के संग” में आज हम बात करेंगे मशहूर शायर और गीतकार शकील बदायूनी साहब के गीतों के कुछ रंगों की। शकील साहब ने हमें हर रंग में बड़े ही ख़ूबसूरत गीत दिए हैं फिर वह प्यार के गीत हो या दर्द के, ख़ुशी के हो या ग़म के, भक्ति के हो या जीवन दर्शन के। मेरे ख़याल से शकील साहब का अपना ही शेर उनकी रचनाओं को सबसे बेहतर बयाँ करता है:
मैं शकील दिल का हूँ तर्जुमा, मोहब्बतों का हूँ राज़दाँ
मुझे फ़ख्र है मेरी शायरी, मेरी जिंदगी से जुदा नहीं।
धन्यवाद,
– नितिन