![Rafi Sahab Ne Kiya Shabdon Par Jaadu (Part 1)](https://nitinpatil.net/wp-content/uploads/blogs/Andaaz_e_Rafi_Sahab/Rafi_Sahab_Ne_Kiya_Shabdon_Par_Jaadu_Part-1-720x360.jpg)
Rafi Sahab Ne Kiya Shabdon Par Jaadu (Part 1)
Rafi Sahab Ne Kiya Shabdon Par Jaadu (Part 1) [sm-youtube-subscribe] अक्सर हम रफ़ी साहब को उनकी मख़मली और जादूभरी आवाज़ के लिए जानते हैं। मगर इस पोस्ट में मैं रफ़ी साहब की एक ऐसी ख़ासियत की बात करना चाहूँगा जिसका लुत्फ़ तो आपने यक़ीनन उठाया होगा पर शायद उस पर ग़ौर नहीं किया होगा। और ग़ौर करें भी कैसे? रफ़ी साहब महज़ एक लाइन में इतना कुछ निभा जाते थे कि उनके जादू को समझने के लिए भी वक़्त लगता है। यह शेर मेरी इस कोशिश को बयाँ करता है। उनके फ़न को बयाँ करें, ऐसे मेरे अल्फ़ाज़ नहीं। कोशिश कर रहा हूँ वरना मुझ में तो कोई बात नहीं।। तो चलिए, आज हम बात करेंगे रफ़ी साहब की शब्दों पर किए जादू की। जी, बिल्कुल सही पढ़ा आपने।…